केंद्रीय बैंक
 

परिचय :-

केंद्रीय बैंक को शीर्ष बैंक भी कहते हैं | केंद्रीय बैंक वह बैंक है, जिसकी स्थापना  द्वारा सरकारी लेन-देन को संभालने तथा सभी प्रकार के बैंकिंग तथा गैर-बैंकिंग संस्थाओं पर नियंत्रण रखने के साथ-साथ सामंजस्य  स्थापित करने के लिए किया जाता है | केंद्रीय बैंक साख व्यवस्था तथा मौद्रिक नीति के निर्धारण में भी सरकार की सहायता करता है | 

विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों के नाम :-

1. भारत - भारतीय रिज़र्व बैंक 

2. नेपाल- नेपाल राष्ट्र बैंक 

3. अमेरिका - फ़ेडरल रिज़र्व बैंक 

4. इंग्लैंड - बैंक ऑफ़ इंग्लैंड    

5. फ्रांस- बैंक ऑफ़ फ्रांस या Bank De France 

6. रूस - बैंक ऑफ़ रूस या Central bank of Russian Federation 

7. चीन - पीपुल्स बैंक ऑफ़ चीन 

8. ऑस्ट्रेलिया - रिज़र्व बैंक ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया 

 केंद्रीय बैंक की आवश्यकता , क्यों ?-    (उद्देश्य )

निम्न बिंदु केंद्रीय बैंक की आवश्यकता के सूचक हैं | 

1. पत्र-मुद्रा का निर्गमन करनें  हेतु | 

2. साख-नियंत्रण करनें हेतु | 

3. मौद्रिक-नीति का क्रियान्वयन करने हेतु | 

4. बैंकिंग व्यवस्था का प्रबंधन तथा संचालन करने हेतु | 

5. व्यापारिक बैंको को आर्थिक सहायता तथा आर्थिक सलाह देने हेतु | 

केंद्रीय बैंक के कार्य :-  

 1. मुद्रा -निर्गमन का एकाधिकार 

2. सरकार का आर्थिक सलाहकार 

3. साख-नियंत्रण 

4. समाशोधन-गृह कार्य | 

5. विदेशी-विनिमय का संरक्षण | 

6. व्यापारिक बैंकों के नकद का संरक्षण तथा नियंत्रण | 

7. अंतिम ऋणदाता | 

8. बैंकिंग आकड़े जारी करना | 

9. मौद्रिक -नीति तय करना | 

10. मुद्रा-बाजार पर नियंत्रण रखना | 

केंद्रीय-बैंक के निषेधात्मक कार्य :-

केंद्रीय बैंक के निषेधात्मक कार्य इस प्रकार से हैं | 

1. केंद्रीय बैंक उद्योद-व्यापार नहीं कर सकता | 

2. किसी भी बैंक या फिर कंपनी का अंश नहीं  खरीद सकता | 

3. अचल-संपत्ति पर ऋण नहीं दे सकता | 

5. साधारण बैंकिंग कार्य नहीं कर सकता |  

निष्कर्ष :- केंद्रीय बैंक को शीर्ष बैंक कहा जाता है और यह बैंक किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को शीर्ष तक पहचानें में अपना महत्वपूर्ण योगदान रखता है | केंद्रीय बैंक सभी बैंकों तथा सरकार का आर्थिक सलाहकार होता है , जो समय-समय पर आने वाली आर्थिक चुनौतियों से देश की रक्षा करता है | 

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